बवासीर को ठीक करने के घरेलू उपाय- khooni bawaseer ka gharelu ilaj


बवासीर को ठीक करने के घरेलू उपाय- khooni bawaseer ka gharelu ilaj

बवासीर को ठीक करने के घरेलू उपाय- khooni bawaseer ka gharelu ilaj


बवासीर को ठीक करने के घरेलू उपाय: khooni bawaseer ka gharelu ilaj कई लोगों को देखा जाता है कि उन्हें कब्ज और एसिडिटी की समस्या हमेशा बनी रहती है। या ज्यादा मात्रा में चिकना भोजन, तला हुआ चीज और अधिक मात्रा में मसालेदार भोजन करने से कब्ज जैसी परेशानी बनी रहती है, और जो लोग इसे अनदेखा करते हैं, उन्हें बवासीर जैसी कष्टदायक बीमारी हो जाती है। कभी-कभी औरतों के प्रेगनेंसी के दौरान भी यह समस्या हो जाती है। देखा गया है कि जिन्हें BP लंबे समय तक रहती है, उन्हें भी बवासीर होने का खतरा रहता है और यह भी पाया गया है कि किसी को पाइल्स होता है तो पीढ़ी दर पीढ़ी यह बीमारी पीछा नहीं छोड़ती।

बवासीर एक ऐसी बीमारी है कि जिसे होने के बाद दूसरों से बताने में थोड़ी शर्म महसूस होती है, क्योंकि यह हमारे पैखाना के रास्ते में होता है। लोग इसे छुपाते हैं, परंतु इसे छुपाना नहीं चाहिए। समय रहने पर दूसरों से बता कर या सलाह लेकर इलाज करवा लेना चाहिए। वरना यह इतनी कष्टदायक हो जाती है कि आप सोच भी नहीं सकते और उसे सहना काफी मुश्किल हो जाता है।

बवासीर जैसी बीमारी का मुख्य कारण है हमारे दिनचर्या पर, जैसे कि समय पर खाना नहीं खाना, कम पानी पीना, लंबे समय तक एक हीं जगह बैठकर कंप्यूटर पर काम करना और जंक फूड खाने से पेट में कब्जा बना रहता है। जिससे मल कड़ा और सुख जाता है, और लंबे समय तक ओक्कड़ु बैठे रहते हैं, फिर भी पेट साफ नहीं हो पाता जिससे गुर्दे के वाहिनीयो पर जोर पड़ता है। लगातार यह समस्या बने रहने से बवासीर का रूप ले लेती है।

बवासीर / पाइल्स के प्रकार


बवासीर के 2 लक्षण दिखाई देते हैं, इसलिए इसे दो भागों में बांटा गया है- खूनी और बादी बवासीर।


खूनी बवासीर

खूनी बवासीर में पीड़ा कम होती है, परंतु ब्लड आता है गुदा रास्ते के अंदर मस्से हो जाते हैं। कुछ दिन बाद बाहर की तरफ आने लगते हैं। मल त्याग के बाद अपने से अंदर चले जाते हैं। लंबे समय के बाद बाहर आने पर हाथ से दबाना पड़ता है, क्योंकि आसानी से अंदर नहीं जाते हैं और पीड़ा असहाय हो जाती है।

बादी बवासीर

बादी या बाहरी बवासीर जो गुर्दे के चारों तरफ होते हैं, इसे देखा जा सकता है। जब बादी बवासीर का असर होता है, तो बाहर की तरफ सूजन आ जाता है पैखाने के समय जलन होती है। थकान और कमजोरी जैसा महसूस होता है।

बवासीर को ठीक करने के उपाय-bawasir ko thik karne ke upay


बादी बवासीर का इलाज

बाबा रामदेव कहते हैं कि जिन्हें बवासीर है, वह प्रतिदिन सुबह एक कप ठंडा दूध के साथ एक नींबू के रस को मिला लीजिए और उसे रोगी को पिला दें, पाइल्स ठीक हो जाएगा। ऐसा कम से कम 5 से 7 दिनों तक करना है। इससे पाइल्स के बढ़ने का खतरा कम हो जाता है और कुछ दिनों में पूरा ठीक हो भी हो जाता है। इसका केवल सही जानकारी होना चाहिए। अगर सही समय पर इसका इलाज ना किया जाए तो यह भगंदर का रूप ले लेता है, तब ज्यादा परेशानी होने लगती है।

जामुन के बीज हमारे पेट के लिए लाभदायक होता है, और बिना जोर लगाए पेट पूरी तरह साफ कर देता है। और साथ-साथ किसी प्रकार के इंफेक्शन को भी जल्द से जल्द समाप्त कर देता है। इस मिश्रण का प्रयोग सुबह और दोपहर में भोजन के बाद ही करना है, रात के समय प्रयोग ना करें तो अच्छा रहेगा।

पुरानी बवासीर का इलाज

जात्यादि तेल बवासीर के लिए बहुत ही अच्छा होता है इससे बवासीर की पीड़ा से जल्द ही मुक्ति मिलता है। जात्यादि तेल, मुलेठी, शहद और हल्दी के साथ नाना प्रकार की 20 जड़ी-बूटियों से मिलकर बना होता है। इस आयल का प्रयोग घाव को भरने और स्‍किन से रिलेटेड रोगों को ठीक करने के लिए किया जाता है। इस आयल के प्रयोग करते ही बवासीर के मस्सों पर तेजी से असर होने लगता है।

प्रयोग कैसे करें

अब हम जानेंगे बवासीर को ठीक करने के घरेलू उपाय (khooni bawaseer ka gharelu ilaj) एक रुई के टुकड़े को जात्यादि आयल में डूबा ले, आधा मात्रा में निचोड़ लें, उसके बाद अपने गुदा द्वार पर अच्छी तरह लगाएं और कोशिश करें कि थोड़ा बहुत अंदर के मस्सों पर भी लग जाए। ऐसा करने से अंदर रेक्टम तक पहुंचेगा और उस प्रभावित जगह को तेजी से ठीक करेगा। हमें यह भी ख्याल रखना है कि एक बार में 3 से 4 एमएल तेल का ही प्रयोग करना है। ऐसे आपको दिन में तीन से चार बार करना है।


आप जब भी शौच के लिए जाएं तो पहले और शौच के बाद लगा ले, तथा रात को तो भूलिए मत जरूर लगाएं। यदि हो सके तो रात में रोए रुई को लगाने के बाद, उसे गुर्दे के पास ही लगा रहने दें और सो जाएं। इससे आसानी से अंदर के मस्सों तक पहुंचेगा। आप देखोगे 5 से 7 दिनों के भीतर ही गजब का असर दिखाई देगा।

खूनी बवासीर का इलाज

* 2 से 5 ग्राम जीरा महीन पीसकर उनका चूर्ण तैयार कर ले, और बराबर मात्रा में घी शक्कर को मिला दीजिए और उसका सेवन करने से लाभ मिलता है, तथा ध्यान दें कि आपको कोई गर्म भोजन नहीं करना है। खूनी बवासीर के लिए अच्छा नहीं होता
* खूनी बवासीर को रोकने के लिए अनार के छिलके का महीन चूर्ण के साथ  नागकेसर को मिला दें, और उसे रोगी को दें, रक्त का बहाव बंद हो जाएगा

* शाम के समय सूखे अंजीर को पानी में भिगो दें, और उसे सुबह के समय उसका सेवन करें। उसे खाने के 1 घंटे पहले और 1 घंटे बाद तक कुछ ना खाएं। 

ऐसा लगभग 10 दिनों तक करें, आपको खूनी और बादी बवासीर दोनों में लाभ मिलेगा


* नारियल की जटा से खूनी बवासीर का कारगर इलाज, इसके लिए नारियल की जटा को जला दे, पूरी तरह जलने के बाद उसके राख को किसी बर्तन में रख दें, और डेढ़ कप दही या छाछ को 3 ग्राम राख के साथ मिलाकर सुबह खाली पेट सेवन करें, ऐसा दिन में कम से कम 3 टाइम करना है। आप देखेंगे कि सिर्फ 1 दिन में ही उसका असर दिखाई देने लगेगा। याद रखें कि दही या छाछ खट्टा ना हो इससे पाइल्स कितनी भी पुरानी हो ठीक हो जाती है

* खूनी बवासीर को ठीक करने के लिए आप आम, जामुन और जीरे का प्रयोग कर सकते हैं। 25 ग्राम आम की गुठली का पाउडर और 50 ग्राम जामुन के बीज का पाउडर तथा 25 ग्राम जीरे का पाउडर को एक साथ मिला दीजिए। इस मिश्रण को रोज सुबह और शाम हल्के गर्म पानी के साथ सेवन करें

बवासीर में मरीज को क्या-क्या खाना चाहिए?

* करेले का जूस, लस्सी, छाछ और पानी
* दलियां, दही, चावल, मूंग दाल से बनी खिचड़ी, देसी घी
* अमरूद, केला, कच्चा नारियल, आंवला, अंजीर, अनार, पपीता
* सब्जियों में पालक, गाजर, चुकंदर, टमाटर, तुरई, जिमीकंद, मुली, खाया जा सकता है

बवासीर में क्या ना खाएं

* मसालेदार चीज, चटपटा भोजन और जंक-फूड।
* मांस, मछली, उड़द की दाल, रात का भोजन सुबह में नहीं खाना है, खट्टा चीज।
* डिब्बे में बंद खाना, आलू, बैगन, नशीले पदार्थ।
* ज्यादा मात्रा में चाय और कॉफी ना लें।
* कब्ज की बीमारी से बचे, पाइल्स का एक मुख्य कारण होता है।


हमने इस आर्टिकल में आपको बताया है बवासीर को ठीक करने के घरेलू उपाय- khooni bawaseer ka gharelu ilaj की पाइल्स क्या है, कारण, लक्षण क्या होता है, यह कितने प्रकार का होता है, और घरेलू नुस्खे का प्रयोग करके कैसे ठीक कर सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि  आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।

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